छ ग बोर्ड कक्षा 10 प्रश्नपत्र संस्कृत (सामान्य)  2017

विषय: संस्कृत (सामान्य)
निर्देश : सभी प्रश्रों को हल कीजिए :
1. (अ) खण्ड ‘अ’ का खण्ड ‘ब’ के साथ उचित संबंध जोडि़ए :
खण्ड ‘अ’ खण्ड ‘ब’
1. दाक्षिण्यं - पुण्यस्य
2. राम: राजमणि: - भगवद्गीता
3. विश्ववन्दिता - स्वजने
4. मानवा: फलं इच्छन्ति - बंगदेशस्य अधीश्वर :
5. वत्सराज: - सदाक्जियते
(ब) उचित शब्द चुनकर लिखिए :
1. महाभारते युद्धस्य वर्णनम् अस्ति:
क. कौरवपाण्डवानान ख. रामरावणयो :
ग. देवासुराणाम् घ. कृष्णकंसये:
2. अजीर्णे वारि अस्ति:
क. बलप्रदम् ख. भेषजम्
ग. विषम् घ. अमृतम्
3. दीपो प्रसूयते:
क. कञ्जलम् ख. अन्नम्
ग. प्रजा घ. जलम्
4. राजसु पूजिता:
क. शक्ति: ख. विद्या
ग. धनम् घ. बलम्
5. गन्धेन शोभते:
क. वदनं ख. वचनं
ग. सुमनं घ. पुरुषं
प्र2. निम्रलिखित शब्दों के संधि-विच्छेद कर नाम लिखिए :
1. सखेऽर्पय: 2. तट्टीका
प्र3. निम्रलिखित शब्दों की संधि कर नाम लिखिए :
1. जगत् + नाथ : 2. मुनी + इमौ
प्र4. निम्रलिखित शब्दों के समास बनाकर नाम लिखिए :
1. बाणेन हत: 2. शरद : समीपम्
प्र5 निम्रलिखित शब्दों के समास-विग्रह कर नाम लिखिए।
1. अनर्थ: 2. सप्तर्षय:
प्र6 निम्रलिखित संख्याओं को संस्कृत शब्दों में लिखिए:
1. 79 2. 100
प्र7 निम्रलिखित वाक्यों का वाच्य पहचानकर लिखिए :
1. कृष्ण: मोहनं पश्यति। 2. मया हस्यते।
प्र8 निम्रलिखित शब्दों के धातु एवं प्रत्यय अलग-अलग कीजिए:
1. चेतव्य: 2. दण्डिन्
प्र9 निम्रलिखित शब्दों के प्रत्यय पृथक् कीजिए:
1. आश्वपतम् 2. गौता
प्र10 निम्रलिखित अव्ययों का संस्कृत वाक्यों में प्रयोग कीजिए :
1. कुत: 2. अन्यत्र
प्र11 निम्रलिखित गद्यांश का हिन्दी में अनुवाद कीजिए :
ततोऽस्तंगते सूर्ये महामाया भवनया साद्य वत्सराब: भोज प्राह-कुमार! लोभाविष्टचेता। राजा तव वध मादिष्टवान्। कुमार: तद्वचनं श्रुतत्वा दुर्मनोऽभवत् ततोजङ्गा छुरिकया हित्वा तद्रक्तेन पत्रे एकस्मिन् कञ्चन् श्लोकं लिखित्वा। वत्सराजं प्राह-महाभाग। पत्रमेतद् राज्ञे दातव्यमिति।
प्र12 निम्रलिखित गद्यांश का हिन्दी में अनुवाद कीजिए :
पितृवर! नगर सर्वत्र दीपमालिकापवर्ण: शुभनमने अग्निक्रीडनकानां पटापट शब्द: श्रुयते। अस्माकं गृृहं न शोधितं न धवलीकृतं मम सखीभि: तु प्रभूतेन धनव्ययेन क्रीऽनि अग्रिक्रीऽनकानि। इदानीं तु अहमपि शतरूप्यकानां अग्रि क्रीऽनकानि क्रेतुम् इच्छामि।
प्र13 निम्रलिखित गद्यांश का हिन्दी में अनुवाद कीजिए:
भारतीय मनीषिणाम् उक्ति: सत्यम् अस्ति यत् नारी नारायणी भवति। नारी दुर्गा भवति नारी सरस्वती भवति। ‘यत्र नार्यस्तु पूजयन्ते रमन्ते तत्र देवता:।’ प्राक्तन् इतिहासे, पुराणे, वेदोपनिषदे नार्य: महिमा दृश्यते। ता: सामाजिक धार्मिकाध्यात्मिकेषुकार्येषु पुरुषस्य सहभागिनी सहगामिनी च भवन्ति।
प्र14 निम्रलिखित श्लोक  का हिन्दी में अनुवाद कीजिए :
प्रारभ्यते न खलु विघ्रमयेन नीचै:, प्रारभ्य विघ्रविहता विरमन्ति मध्या:।
विघ्नै: पुन: पुनरपिं प्रतिहन्यमाना: प्रारभ्य चोत्तमजना न परित्यजन्ति।।
प्र15 निम्रलिखित श्लोक  का हिन्दी में अनुवाद कीजिए :
गुरुब्रह्मा गुरुर्विष्णु: गुरुर्देवो महेश्वर:।
गुरु: साक्षात् परब्रह्मा, तस्मै श्रीगुरवे नम:।।
प्र16 निम्रलिखित श्लोक  का हिन्दी में अनुवाद कीजिए :
अन्नं प्राणा बलं चान्नमन्नं सवार्थ साधनम्।
देवासुर मनुष्याश्चं सर्वे चान्नोपजीविन:।।
प्र17 निम्रलिखित में से हिन्दीं चार वाक्यों का हिन्दी में अनुवाद कीजिए:
1. भारत: अस्माकं देश: अस्ति।
2. सरस्वत्यै: नम:।
3. नृप: ब्राह्मणाय धनं ददाति।
4. ग्रामं परित: वनं अस्ति।
5. माता कुमाता न भवति।
6. अहं प्रात: काले भ्रमणार्थ गच्छामि।
प्र18 निम्रलिखित में से किन्हीं चार वाक्यों का संस्कृत में अनुवाद कीजिए :
1. गंगा हिमालय से निकलती है।
2. कवियों में कालिदास श्रेष्ठ है।
3. विद्या विनय देती है।
4. गुरुओं के साथ विवाद मत करो।
5. मैं लेखक हूँ।
6. राजिम तीन नदियों का संगम है।
प्र19 अपनी संस्कृत पाठ्यपुस्तक से कंठस्थ कोई दो नीति या सुभाषित श्लोक  लिखिए जो इस प्रश्र-पत्र में समाविष्ट न हों।
प्र20 अपनी संस्कृत पाठ्यपुस्तक से कण्ठस्थ काई पाँच सूक्तियाँ लिखिए जो इस प्रश्र-पत्र में समाविष्ट न हों।
प्र21 निम्रलिखित शब्दों में से किन्हीं चार के निर्देशानुसार तीनों वचनों में शब्द रूप लिखिए:
1. गो- द्वितीया विभक्ति
2. पथिन्- षष्ठी विभक्ति
3. पुंस्- तृतीया विभक्ति
4. अदस् (स्त्रीलिंग)- प्रथमा विभक्ति
5. पयस्- चतुर्थी विभक्तिी
प्र 22 निम्रलिखित में से किन्हीं चार धातुओं के तीनों वचनों में निर्देशानुसार रूप लिखिए :
1. अचर्् - लट्लकार, मध्यम पुरुष, परस्मैपद
2. तप्- विधिलिङ्ग, प्रथम पुरुष, परस्मैपद
3. मुञ्च्- लोट्लकार, उत्तम पुरुष, परस्मैपद
4. नश्- लृटलकार, प्रथम पुरुष, परस्मैपद
5. भू - लङ्कार, उत्तम पुरुष, परस्मैपद।
प्र23 निम्रलिखित अपठित गद्यांश को पढक़र प्रश्रों के उत्तर निर्देशानुसार संस्कृत भाषा में दीजिए :
‘संस्कृत’ भाषा न केवलमतीतस्य अपितु भविष्यस्य अपि भाषाऽस्ति। इयमेवम् समृद्धा यस्यां दार्शनिक चिन्तमेव न केवलमपितु वैज्ञानिक तथ्यानां प्रभावपूर्ण वर्णनकर्तु शक्यते। सभ्यता संस्कृतेरेव इयं प्राचीनतमा भाषा न अपितु मानव सभ्यताया: उत्कृष्टं संस्कारपूर्णम्- च चिन्तनम् अभिव्यञ्जनाय क्षमा। अस्माभि: एतद् ज्ञातव्यम् यत् संस्कृतभाषाया अधुनातमे युगे साहित्य-दर्शन-ज्ञानक्षेत्रे अस्या उपयोगमावश्यम् सर्व हितायेयं भाषा।
1. शीर्षकं लिखतु।
2. सारांश-लेखनं कुरुत।
अथवा
1. प्राचीनतमा भाषा का अस्ति?
2. ‘ज्ञातव्यम्’ इति शब्दे प्रकृति प्रत्यय पृथक् क्रियताम्।
3. संस्कृत भाषाय: कस्मिन् क्षेत्रे उपयोगमावश्यकम्?
4. संस्कृत भाषा किम् कर्तुं क्षमा?
प्र 24 निम्रलिखित प्रश्रों में से किन्हीं छ: प्रश्रों के उत्तर संस्कृत में लिखिए:
1. विद्वान कया मृत्युं तरति?
2. धनीराम: कस्य युग पुरुषस्य पिता आसीत्?
3. देशभक्ता: स्वतंत्रतायै किम् अयच्छन्?
4. अहं कीदृशं कृष्णं वन्टे?
5. नागप्पाशास्त्री क: आसीत्?
6. विद्याविहीन: नर: कीदृश: भवति?
7. धर्मस्य मूलं किम्?
प्र 25 निम्रलिखित प्रश्रों में से किन्हीं छ: प्रश्रों के उत्तर हिन्दी में लिखिए :
1. महामायामंदिरं केन् निर्मितम्?
2. धान्यात् किं संभवति?
3. खल: किं करोति?
4. राजा राज्यं कस्मै दत्तवान?
5. निन्दित: मार्गा: के सन्ति?
6. महाभारतस्य लेखक: क: अस्ति?
7. मोहन: केन रोगेण पीडि़त: आसीत्?
प्र 26 निम्रलिखित विषयों में से किसी एक विषय पर 16 संस्कृत वाक्यों में निबंध लिखिए:
1. छात्र जीवनम्
2. परोपकार:
3. कवि: कालिदास:
4. अस्माकम् देश:
प्र 27 अपने प्राचार्य को तीन दिवस के अवकाश हेतु संस्कृत में एक आवेदन-पत्र लिखिएँ
अथवा
स्थानान्तरण प्रमाण-पत्र प्रदान करने के लिए अपने शाला प्राचार्य को संस्कृत में एक आवेदन-पत्र लिखिए।